रिपोर्ट - शिवम् सविता
कानपुर। वैश्विक महामारी ने एक तरफ में जहाँ लोगों के जीवन शैली पर असर प्याज ने डाला है, तो वहीं बढ़ती महंगाई ने भी प्रति जनता की कमर तोड़ दी है. इन दिनों की सब्जियों के भाव आसमान छू रहे है और
सब्जियों के राजा कहे जाने वाले आलू के भाव के पंख लग गए हैं. तो वहीं प्याज ने किचन
के बढ़ते दाम ने भी लोगों को रुला रखा है। आपको बता दें कि आलू ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड दिए हैं। आलू ने मारी हाफ सेंचुरी और आलू गायब, तो दुकानदारों की मानें तो आज तक आलू कभी इतना महंगा नहीं हुआ, दरअसल, आलू के दाम फुटकर बाजार अचानक बढ़कर 45 से 50 रुपए प्रति किलो हो गया है. तो वहीं प्याज के दाम में भी तेजी आ गई है. फुटकर बाजार में प्याज की कीमत 60 से बढ़कर 80 रुपए
प्रति किलो हो गया है. कोरोना महामारी की मार झेल रही जनता को अब आलू और प्याज के बढ़ते दाम ने बेहाल कर दिया है. आलू और प्याज के बढ़ते दामों ने किचन का जायका ही बिगाड़ दिया है, चलते जिससे आम आदमो काफी परेशान है. सामना
बता दें कि महेवा मंडी में आलू के थोक रोजगार दाम 32 से बढ़कर 38 रुपए प्रति किलो चली और फुटकर में 45 से बढ़कर 50 रुपए हो प्रति किलो हो गया है। एक तरफ जहां कोरोना महामारी के चलते लोगों को तमाम मुश्किलों सामना करना पड़ रहा है, किसी रोजगार छिन गया तो किसी को नौकरी चली गई. छोटे-छोटे कारोबारी बेरोजगार हो गए, तो वहीं आलू ने अब आम लोगों कि मुश्किलों को बढ़ा दिया है। हालांकि इससे अमीर वर्ग के लोगों को कोई खास फर्रुखाबाद फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन मध्यम वर्गीय और गरीब, मजदूर, किसानों के घर सब्जियों के लाले पड़ गए हैं. सब्जियों के पुराने दाम बढ़ने से अब उनके घरों से आलू इस और प्याज जल्द ही गायव होंगे।
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