स्पेशल स्टोरी - शिवम् सविता
कानपुर - हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानि 16 अप्रैल 2019 को वामन द्वादशी का पर्व मनाया जाएगा। बता दें कि वामन देवता भगवान विष्णु के ही पांचवा अवतार माने जाते हैं। इसके अलावा इन्हें त्रेता युग का पहला अवतार भी कहा जाता है। वैसे शास्त्रों में इनके 10 कुल अवतार बताए गए हैं। जिनमें से इनका वामन स्वरूप बहुत ही खास माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार वामन देवता इन्द्र के छोटे भाई कहलाते हैं। कहा जाता है कि वामन द्वादशी पर व्रत रखने से व्यक्ति को उसके शत्रुओं पर बढ़त मिलती है।
आज इस खास मौके पर हम आपको इनके एक अद्भुत वामन मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो यू पी के कानपुर शहर के आबादी हटिया में स्थित है। ये अद्भुत मंदिर यहां के लोगों के साथ-साथ देश के कई अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां की लोक मान्यता के अनुसार यहां पूजा करने से व्यक्ति के मन में पैदा अहंकार का हमेशा के लिए नाश हो जाता है।
इस मंदिर के निर्माण के बारे में तो किसी को अच्छे से जानकारी नहीं है लेकिन लेकिन बताया जाता है कि शहर के एक कारोबारी आनंद प्रसाद गर्ग ने 1940 में एक पुराना मकान खरीदा। मकान में वामन देव का मंदिर पाकर उस ने यहां मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया। जिसके बाद यहां भगवान का विधि-विधान से पूजन किया जाने लगा।
बता दें मंदिर में वामन अवतार की श्याम वर्ण प्रतिमा के साथ बलदाऊ और रेवती की मूर्तियां भी स्थापित हैं। वैसे तो रोज़ाना यहां वामन देवता का विधिपूर्वक पूजन किया जाता है लेकिन हटिया मंदिर में वामन द्वादशी को विशेष पूजन का आयोजन होता है। बताया जाता है मंदिर के पूर्व पुजारी ब्रह्मलीन गुरुनारायण पांडेय के पुत्रादि अब यहां का कार्यभार देखते हैं। मंदिर के पुजारी बताते हैं कि यहां अहंकार त्यागकर समर्पण भाव से पूजन करने पर प्रभु प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि यह मंदिर उत्तर भारत का एकमात्र मंदिर है। यहां वामन द्वादशी के मौके पर भक्तगण दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।
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