सोलह मजदूर कट गए रेलगाड़ी से .....
औरंगाबाद में 16 मजदूरों की दर्दनाक कहानी...
रोटी, रुपया और रेल की पटरी, आखिर मजदूर इतना मजबूर क्यों?
Kanpur- (✒️ हीरेन्द्र कुमार अग्निहोत्री) महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में सोलह मजदूरों के ऊपर से रेलगाड़ी निकल गई। वे मजदूर कट गए। ये मजदूर रेलवे ट्रैैैक पर सो रहे थे, क्योंकि वे रेलवे ट्रैैैक पर ही चलते-चलते थक गए थे।
प्रश्न् यह है कि इन मजदूरों को किसने मजबूर किया कि वे इतने खतरनाक रास्ते़ से होकर अपने गन्तव्य की ओर जाएं। ऐसे रास्ते से जिसमें हर पल मौत का खतरा मौजूद हो। भूख-प्यास से व्याकुल और अपने रोजगार के प्रति अनिश्चित मजदूरों की दयनीय हालत किसी से छुपी नहीं है। प्रवासी मजदूरों के इस हालात के लिये वे राज्य सरकारें सौ प्रतिशत उत्तरदायी हैं, जहां से मजदूर पलायन कर रहे हैं। इन राज्य सरकारों की यह संवैधानिक जिम्मेदारी है और नैतिक दायित्व भी है कि अपने प्रदेश में काम कर रहे श्रमिकों को पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराएं और इनके भोजन-पानी की व्यवस्था करें। किन्तु दुख की बात है कि सम्बन्धित राज्य की सरकारें इस मामले में असफल साबित हुई हैं।
इसका परिणाम यह हुआ है कि ये श्रमिक अपने मूल निवास स्थान जाने के लिये आत्मघाती रास्ते चुनने को विवश हो रहे हैं। यह स्थिति अत्यधिक त्रासद और भयावह है। अभी तो हम इस महामारी के मध्य तक भी नहीं पहुंचे हैं। यही हाल रहा तो आगे का सफर कल्पनातीत होगा।
(कोरोना काल)
लॉकडाउन, विशेष ...
ब्यूरो रिपोर्ट: नेशनल आवाज़, लखनऊ
☎️ +91 9935170067
📞 +91 87268 40551
No comments:
Post a Comment