रिपोर्ट- शिवम सविता
नवज्योति रामलीला समिति,न्यू आज़ाद नगर, द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्री भागवत कथा के चौथे दिन साध्वी कंचन दीदी श्री भागवतकथा व्यास ने बताया कि श्रीमद्भागवत महापुराण का श्रवण केवल वैष्णव भक्तों के लिए ही नही अपितु यह महान ग्रंथ सारी सृष्टि के मनुष्य जाति के लिए कल्याणकारी है। किसी धर्म विशेष अनुयायियो के लिए नही बल्कि यह एक सार्वभौम ग्रंथ है। ''निज प्रभुमय देखहिं जगत,केहि सन करहिं विरोध " तथा साथ ही साध्वी दीदी ने भरत चरित्र व जड़ भरत चरित्र तथा जड़ भरत के द्वारा रहूगण को आत्मज्ञान का उपदेश दिया और बताया कि यह वह भारत भूमि है जहां देवता भी जन्म लेना चाहते है क्योंकि भारत भूमि तपो भूमि है यहां ज्ञान भक्ति की गंगा निरंतर प्रवाहित होती है । भारत भूमि से तप साधना करके व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त करता है और अंत मे कृष्ण जन्म की कथा का विस्तार से वर्णन किया जिसमें बधाई गीतों से भक्तगण मुग्ध होकर नृत्य करने लगे।आज की कथा में क्षेत्रीय निवासियों ने भारी संख्या में पहुच कर श्री भागवत कथा का रसपान किया और आरती करते हुए प्रसाद ग्रहण किया।इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संयोजक के के मिश्र ,मृत्युंजय मिश्र ,आयोजकों में अजय उत्तम, राम हरी यादव, मुन्नी सिंग, लव मिश्र,कुश मिश्र,करन, आकाश, अजीत,दीपू कश्यप ,अमर सिंह , अनुपम दीक्षित ,महेश शर्मा,राजेन्द्र शर्मा ,ज्योति मिश्र,सुधा तिवारी,रेखा मिश्र, आदि मौजूद रहे।
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