रिपोर्ट- राजेंद्र शास्त्री
क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी के तहत भारत सरकार द्वारा चीन की वस्तुओं को टैक्स रियायत देने के किसी भी प्रयास को व्यापारी विरोधी करार देते हुए समाजवादी पार्टी व उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल ने आज विरोध में प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन देते हुए इसके पुरजोर विरोध की घोषणा की है।जिलाधिकारी कार्यालय में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में पहुंचे व्यापारियों ने इसको मुक्त व्यापार संधि की जगह देश बर्बाद करो संधि बताया।प्रधानमंत्री के नाम सबोधित ज्ञापन में कहा गया कीआप की सरकार 16 देशों वाली क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी के तहत मुक्त व्यापार संधि करने जा रही है जिससे चीन से आयातित 80 प्रतिशत वस्तुओं पर से टैक्स कम करने की योजना बन रही है।4 नवम्बर को बैंकॉक में आपकी प्रस्तावित बैठक है जिसमें आप ये क्रूरतम निर्णय लेने जा रहे हैं।उत्तर प्रदेश प्रान्तीय व्यापार मण्डल के मॉध्यम से आप तक ये बात हमसब पहुंचाना चाहते हैं की देश का करोड़ों व्यापारी,उद्यमी और दुकानदार इस का विरोध करता है।ये मुक्त व्यापार संधि(फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) असल में देश के करोड़ों व्यापारियों,उद्यमियों व दुकानदारों के लिए कब्रगाह सांबित होगी।ये आपकी सरकार का क्रूरतम निर्णय होगा और ऐसे किसी निर्णय पे हस्ताक्षर करना देश के करोड़ों व्यापारियों की मौत के फरमान पर हस्ताक्षर करने जैसा होगा।पहले ही व्यापार संतुलन घाटा 110 बिलियन डॉलर का है। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता,प्रदेश महासचिव हरप्रीत सिंह बब्बर, कंवलजीत सिंह मांनू, नगर अध्यक्ष जीतेन्द्र जायसवाल, कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष विनय कुमार,बॉबी सिंह,राजेन्द्र कनौजिया,हरिओम शर्मा,गगन्दीप सिंह,गौरव बक्सरिया,अमन बाक्सरिया,करण साहनी,जतिन सिंह आदि थे।
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