लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। वहीं पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। कभी-कभी तो पुलिस-प्रशासन सामने हो रहे अवैध काम को लेकर प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है। परंतु कभी-कभी पुलिस प्रशासन मामले को खाना पूर्ति भी कर देता है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद का है। फतेहपुर जनपद के बिंदकी तहसील क्षेत्र के औंग थाना क्षेत्र के छिवली चेक पोस्ट पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। उस चेक पोस्ट से अवैध डग्गामार सीएनजी बसें से गुजर रही थी। यह अवैध डग्गामार सीएनजी बसें कल्यानपुर थाना क्षेत्र के चौडगरा कस्बे से कानपुर जनपद के रामादेवी कस्बे तक चलती थी। कानपुर जनपद के सिकठिया कस्बे के पुरवामीर तक का है। परंतु यह अवैध सीएनजी बसों के दबंग मालिक आसपास के थानों में चांदी का चढावा दे कर। बसों का संचालन किया करते थे। यह अवैध सीएनजी बसें कितने आम जनमानस की मौत के सौदागर बन चुकी हैं। परंतु फिर भी आम जनमानस की जाने ले चुकी सीएनजी बसे प्रशासन को नहीं दिख रही थी। क्योंकि सीएनजी बसों के दबंग मालिकों द्वारा चढ़ावा चढ़ाने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारियों का मुंह बंद हो जाता था। वहीं निष्पक्ष निर्भीक कप्तान कैलाश सिंह के निर्देश से आज सीएनजी बसों पर पुलिस प्रशासन ने कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति की। छिवली कस्बे में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। तभी एक अवैध डग्गामार सीएनजी बस गुजरी ।तो पुलिस प्रशासन के थाना प्रभारी राजेश मौर्या ने गाड़ी रोककर गाड़ी के कागज मांगे। ड्राइवर के अवैध डग्गामार सीएनजी बस का परमिट न दिखाने पर थाना प्रभारी ने बस का चालान कर खानापूर्ति कर दिया। अब देखना होगा कि प्रशासन अवैध डग्गामार सीएनजी बसों पर कब तक हावी होगी रहेगा। वहीं मामले में थाना प्रभारी राकेश मौर्य ने बताया कि बस का चालान कर दिया गया है।
रिपोर्ट - सौरभ गुप्ता की
नेशनल आवाज़ फतेहपुर
No comments:
Post a Comment