यूपी के कानपुर जिले के घाटमपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत का सिलसिला थम नही रहा है। अब तक आठ लोग अपनी जान गंवा चुके है। इसमें मंगलवार को तीन और बुधवार को एक व्यक्त्ति ने दम तोड़ दिया। वहीं हैलट अस्पताल में भर्ती तीन लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। इन मौतों से घाटमपुर के गांवों में मातम का माहौल बना हुआ है, वहीं ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। मंगलवार को ग्रामीणों ने शराब बेचने वाली परचून की दुकान में तोडफ़ोड़ की थी, जिसके चलते पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। एसएसपी ने घाटमपुर थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों को पहले ही निलंबित कर दिया था। वहीं शासन ने मंगलवार देर शाम को आबकारी अधिकारी के निलंबन की कार्रवाई की है। हैलट अस्पताल में भर्ती उमेश 23 वर्षीय व उसके पिता रामबाबू 52 वर्षीय की मंगलवार सुबह मौत हो गई। पिता-पुत्र की मौत की सूचना के बाद खदरी गांव में तनाव फैल गया। ग्रामीणों ने शराब बेचने वाले की परचून की दुकान व दूध डेयरी में तोडफ़ोड़ कर बवाल किया। सोमवार रात भर्ती कराए गए शराब विक्रेता रामशंकर की भी मंगलवार शाम मौत हो गई। बुधवार की सुबह अभिलेश उर्फ दननू ने भी दम तोड़ दिया। चार दिन में अब तक आठ ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। इससे पहले भीतरगांव के ग्राम खदरी में परचून की दुकान से खरीदी शराब पीने से किसान भोलानाथ 58 वर्षीय की सोमवार सुबह एलएलआर अस्पताल में मौत हो गई थी। जबकि उमेश और 50 वर्षीय बब्बू की भी जहरीली शराब पीने से हालत बिगड़ी थी। सोमवार शाम भेलसा गांव के सूर्य कुमार 35 वर्षीय को भी एलएलआर अस्पताल ले जाया गया था। यहां सूर्य कुमार की मौत हो गई थी। कोरथा गांव के मजरा सुखैयापुर में परचून दुकानों से शराब खरीदकर पीने से पांच ग्रामीणों की हालत बिगड़ गई थी। शनिवार को वीरेंद्र यादव व शिवशंकर यादव की मौत हो गई थी। नरेंद्र, वेद, जीतू को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रिपोर्ट- शिवम सविता
नेशनल आवाज़ कानपुर
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