कानपुर 6 जुलाई 2018 (विशाल तिवारी) मामला ऐतिहासिक नगरी बिठूर के अति प्राचीन घाट पत्थर घाट का है। जो कि उत्तर प्रदेश पुरातत्व विभाग की सम्पति है, जिसकी देख-रेख सुरक्षा व्यवस्था विभाग द्वारा ही कि जाति है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुछ समय पूर्व यहाँ जयकरण द्विवेदी व इसके सहयोगियों द्वारा घाट पर बने पुराने कमरो पर कब्जा कर लिया गया था। जिसको खाली करने में पुरातत्व विभाग भी नाकाम हो गया था। विगत कुछ दिनों पूर्व सी.एम दौरे के दौरान पूरे घाट के कमरों को खाली कराया गया व प्रशासन द्वारा सभी कमरो में विभाग का ताला डलवाया गया था। स्थानीय निवासियों ने बताया कि जयकरण द्विवेदी द्वारा पत्थर घाट पर फिर से कब्जा कर लिया गया है। जयकरण बिठूर थाने का पुराना हिस्ट्रीशीटर है व दबंग व्यक्ति है। उसने प्रशासन द्वारा लगाए गए ताले तोड़ दिए व फिर से विभाग के कमरों पर कब्जा कर लिया और इस पूरे प्रकरण को एक सप्ताह हो गया किन्तु अभी तक प्रशासन की नींद नही खुली।
मैंने उनको रोका था, वो नही माने। मैने अपने अधिकारियों को सूचित कर दिया है।
प्रदीप यादव कर्मचारी पुरातत्व विभाग
ताला तोड़ने की सूचना मुझे मेरे कर्मचारी द्वारा मिली है। मैने उससे लिखित में मागा है। जिन्होंने ताला तोड़ा है , उनपर सख्त कार्यवाही होगी।
नरसिंह त्यागी सर्कल ऑफिसर पुरातत्व विभाग लखनऊ
यह अराजक तत्व है, आये दिन यह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते है। इन पर कार्यवाही होनी चाहिए।
महामंत्री गंगा आरती सेवा समिति
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