कानपुर 19 अप्रैल 2018 (विशाल तिवारी) एक ओर सूबे के मुखिया प्रदेश को अपराध मुक्त करने के सपने देख रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कानपुर पुलिस के एक चौकी इंचार्ज पर 20 हजार रुपये न देने पर युवक को फर्जी मुकदमों में फसाकर अपराधी बनाने का आरोप लगा है। पीड़ित ने मुख्यमंत्री एवं मंडलायुक्त को प्रार्थनापत्र देकर चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
बताते चलें की कुछ दिनों पूर्व बाबूपुरवा क्षेत्र स्थित एक पेट्रोल पंप में घटतौली का विरोध करने पर पंप कर्मियों ने पत्रकारों को पीट दिया था। पत्रकारों को पीटने के बाद पंप कर्मियों ने बाबूपुरवा पुलिस को पेट्रोल पंप पर लूट होने की फर्जी सूचना दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिना पत्रकारों का पक्ष जाने उनको पीटकर थाने में बंद कर दिया था। सूत्रों के अनुसार पेट्रोल पंप में चल रही घटतौली में बाबूपुरवा पुलिस का हिस्सा होने के कारण पुलिस ने पत्रकारों को पीटा था।
ऐसा ही एक मामला बाबूपुरवा थाने की ट्रांसपोर्ट नगर चौकी का है। जहाँ रोड वेज़ कर्मचारियों ने एक पत्रकार की पिटाई कर दी थी। पत्रकार के IGRS पर शिकायत करने के बाद ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज फहीम खान ने पत्रकार का पक्ष जाने बिना उसे पर ही 107/116 की कार्रवाई कर पाबद्ध कर दिया था।
कानपुर की बाबूपुरवा पुलिस पिछले कई दिनों से आरोपों के घेरे में है। कई मामलों में जाँच का हवाला देकर उनको ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। रेलबाजार निवासी चाँद आलम अंसारी ने बताया की विगत कुछ दिनों पूर्व उसके दोस्त मो० शाहिद ने कुसनुमा से प्रेम-विवाह किया था। लड़का-लड़की के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे। दोनों के बालिग होने के कारण उनका निकाह काजी के सामने कराया गया था। आरोप है की निकाहनामे में चाँद आलम के हस्ताक्षर होने के कारण बेगम पुरवा चौकी इंचार्ज 20 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं चाँद ने बताया की पैसे न देने पर चौकी इंचार्ज उसे बलात्कार, किडनैपिंग व लूटपाट जैसे सगीन मुकदमों में फ़साने की धमकी दे रहे हैं।
पीड़ित ने बताया 14 अप्रैल को उसके पास बेगम पुरवा चौकी इंचार्ज ने फ़ोन कर कहा था की उसके ऊपर बलात्कार, किडनैपिंग, लूटपाट की रिपोर्ट दर्ज है। अगर बचना है तो 20 हजार रुपये दो वरना जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता। पीड़ित ने चौकी इंचार्ज से पैसे न होने की बात कही तो उसे 3 दिन की मोहलत दी गयी। पीड़ित का कहना है की 3 दिन बीतते ही चौकी से उसके पास कई फ़ोन आ चुके हैं, पैसे न देने पर घर से उठाने की धमकी दी जा रही है। पीड़ित ने मुख्यमंत्री एवं मंडलायुक्त को लिखित प्रार्थनापत्र देकर चौकी इंचार्ज क खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रार्थनापत्र में चौकी इंचार्ज के खिलाफ पीड़ित से २० हजार रुपये मांगने व पद का दुरूपयोग कर फर्जी मुकदमे में फ़साने के आरोप लगे हैं।
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