कानपुर 9 अप्रैल 2018 (विशाल तिवारी) जी० आर० पी० ने रविवार को सेंट्रल स्टेशन से एक चांदी तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से 106 किलोग्राम चांदी बरामद हुई हैं। इसकी कीमत लगभग लाखों में बताई जा रही है। चाँदी को मथुरा से तस्करी कर वाराणसी ले लाया जा रहा था। पकड़ी गई चांदी कानपुर में उतारने के बाद मड़ुवाडीह एक्सप्रेस से वाराणसी भेजा जाना था। पकड़े गए युवक के पास 37 किलो चांदी के कागजात मिले। बाकी का हिसाब नहीं दे पाया।
आर० पी० एफ० ने स्टेट जी० एस० टी० अधिकारियों को सूचना दी है। आरपीएफ को कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि इलाहाबाद-मथुरा एक्सप्रेस से कानपुर में एक कुंतल से अधिक चांदी उतारी जाएगी। इस सूचना पर आरपीएफ क्राइम ब्रांच के प्रभारी ओम प्रकाश ने इंस्पेक्टर राजीव वर्मा को सूचना दी। इधर राजीव वर्मा शनिवार को आगरा में हुई चाँदी लूटकांड में पहले से जांच कर रहे थे। प्लेटफार्म और ट्रेनों की तलाशी चल रही थी। आर० पी० एफ० क्राइम ब्रांच की सूचना पर टीमें सक्रिय हो गईं।
रविवार सुबह लगभग पौने पांच बजे इलाहाबाद मथुरा एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर पांच पर आकर रुकी तो स्लीपर कोच से एक युवक कोच से तीन बार में चार बैग लेकर प्लेटफार्म पर उतरा। सादे कपड़ों में तैनात आर० पी० एफ० टीम ने आशंका होने पर युवक के बैग की तलाशी ली तो चांदी पकड़ी गई। आर० पी० एफ० इंस्पेक्टर के मुताबिक पकड़ा गया युवक चंदौली के सकलडीहा निवासी राहुल गुप्ता है और पिछले डेढ़ वर्ष से चाँदी की तस्करी कर रहा है। गिरफ्तारी के एक घंटे बाद ही सिफारिशी फोन आने लगे लेकिन आर० पी० एफ० ने तुरंत बरामदगी दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
राहुल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि माल वाराणसी चितईपुर भुल्लनपुर के व्यापारी राधेश्याम का है। इसके अलावा चार अन्य व्यापारियों का माल लेकर जाता है। इस पर जी० आर० पी० ने चांदी जब्त करते हुए युवक को हवालात में डाल दिया। युवक से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में यह भी पता चला कि वे कई साल से चांदी की सिल्लियां तस्करी कर ट्रेन से ले जाते थे। गैंग के तार स्थानीय सर्राफा बाजार से भी जुड़े हैं। यहां के भी कुछ तस्करों के नाम पता चले हैं, सर्राफा कारोबारी का पता लगाया जा रहा है।
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